बातुमि ओलंपियाड - क्या इतिहास बस चार कदम दूर ?

02/10/2018 -

विश्व शतरंज ओलंपियाड में भारत को अपनी रफ्तार पकड़ने का वक्त आ गया है राउंड 7 के बाद भारतीय टीम दोनों ही वर्गो में पदक की दौड़ में बनी हुई है पर अगर भारत को इतिहास बनाना है तो अब आने वाले चार राउंड में भारत को कम से कम 3 जीत दर्ज करनी होगी । बात करे पुरुष टीम को तो अमेरिका के खिलाफ हार और रूस के खिलाफ ड्रॉ के अलावा टीम नें 5 मैच में जीत दर्ज की है और 11 अंको के साथ टीम वाकई पदक की बड़ी दावेदार बनी हुई है सभी खिलाड़ी अच्छी लय में है और टीम किसी भी एक खिलाड़ी पर पूरी तरह निर्भर नहीं है । हालांकि आनंद का टीम में होना टीम के लिए एक प्रेरणा का काम कर रहा है हरिकृष्णा , विदित , शशिकिरण और अधिबन सभी अच्छी लय मे है । महिला वर्ग की बात करे तो भारत पदक का दावेदार तो साफ तौर पर बना हुआ है और अब तक भारत नें एक भी मैच नहीं हारा है टीम नें अब तक 4 जीत और 3 ड्रॉ के साथ टीम 11 अंक लेकर शीर्ष की टीमों मे शामिल है । पर टीम को अपने तीसरे और चौंथे बोर्ड की कमजोरी से उबरना होगा । हम्पी , तनिया और हारिका नें अब तक अपनी भूमिका टीम के लिए अच्छी से निभाई है जबकि ईशा और पदमिनी का अच्छा खेलना टीम के लिए बेहद जरूरी है । पढे यह लेख  

ChessBase '26 and Mega 2026 are here!


ChessBase ’26 has new features like Opening Report, Monte Carlo Analysis, More Power with Remote Engine, New Reference Filters, AI Description of Plans and more. 


Mega Database 2026 has over 11.7M games and 114,000 annotated games.

बातुमि ओलंपियाड-आज है बड़ा दिन ! क्या जीतेगा भारत

30/09/2018 -

विश्व शतरंज ओलंपियाड में भारत के लिए आज बड़ा दिन है और देखना होगा की क्या भारत रूस और अमेरिका की चुनौती से पार पा सकेगा । पुरुष वर्ग में भारत अब तक 5 मैच में से 4 जीत और अमेरिका के विरुद्ध मिली एकमात्र हार के साथ 8 अंको को लेकर पदक की दौड़ में शामिल है पर आज भारत के सामने है दिग्गजों से सुसज्जित रूस की टीम और यह मैच आसान नहीं होने वाला है ना भारत के लिए ना रूस के लिए । आनंद के अनुभव के साथ भारतीय टीम फिलहाल लय में नजर आ रही है और अगर टीम नें रूस को हराया तो फिर पदक की राह में हम मजबूती से बढ़ जाएंगे । महिला वर्ग में भारत को आज सबसे आगे चल रही अमेरिका की टीम से मुक़ाबला खेलना है और पिछले बार भारत नें अमेरिका को पराजित भी किया था ऐसे में टीम की यह जीत भारत को शीर्ष में पहुंचा देगी । पुरुष वर्ग में आज आनंद ,हरिकृष्णा , विदित और शशिकिरण के खेलने की संभावना है तो महिला वर्ग में हम्पी , हारिका , तनिया और ईशा खेलते नजर आ सकते है । सीधे प्रसारण के लिए जुड़े रहे चेसबेस इंडिया से । 

बातुमि ओलंपियाड R3: भारत की केनेडा पर एकतरफा जीत

27/09/2018 -

बातुमि मे चल रहे 43वे शतरंज ओलंपियाड में भारतीय पुरुष टीम नें केनेडा के उपर जोरदार जीत दर्ज करते हुए लगातार तीसरे मैच में अपने विजयक्रम को बरकरार रखा है भारत के लिए 5 बार के विश्व शतरंज चैम्पियन विश्वनाथन आनंद नें  पहले बोर्ड पर लगातार दूसरी जीत दर्ज करते हुए भारत को केनेडा के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने की आधारशिला रखी ,हरिकृष्णा और शशिकिरण नें अपने मुक़ाबले जीते तो विदित नें मैच ड्रॉ खेलकर भारत को 3.5-0.5 की बड़ी जीत दिला दी जबकि महिला वर्ग में भारत को झटका लगा जब हम्पी और हरिका के जीतने के बावजूद भारत जीत नहीं दर्ज कर सका और अन्य दो बोर्ड पर पदमिनी और ईशा की हार की वजह से भारत और सर्बिया के बीच मुक़ाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ ।  

बातुमि ओलंपियाड R 2 : टाइगर की दहाड़ , भारत जीता

26/09/2018 -

बातुमि शतरंज ओलंपियाड की शुरुआत भारत के लिए ठीक वैसी ही हुई है जैसी की जरूरत थी । राउंड 2 तब बेहद खास बन गया जब 5 बार के विश्व शतरंज चैम्पियन विश्वानाथन आनंद नें 12 साल बाद टीम मे वापसी करते हुए ओलंपियाड मे एक दशक बाद अपना पहला मैच ना सिर्फ खेला बल्कि एक शानदार जीत के साथ अपने अभियान का आगाज किया । साथ ही आनंद नें बता दिया की यह ओलंपियाड में वह कुछ खास ही करने आए है उनकी जीत नें ना सिर्फ उनकी बल्कि पूरी भारतीय टीम में एक जोश भर दिया है । औस्ट्रिया के खिलाफ विदित और हरिकृष्णा नें अपने मैच जीते तो भास्करन अधिबन नें ड्रॉ खेलते हुए भारत के खाते में 3.5-0.5 से जीत तय कर दी । महिला वर्ग में तो आज और बेहतर खेल नजर आया और हम्पी के विश्राम के चलते टीम में लौटी हरिका के नेत्तृत्व में टीम नें 4-0 की एकतरफा जीत वेनेजुएला पर दर्ज की । आने वाला हर मैच अब कडा होता जाएगा और देखना होगा की टीम कैसे अपनी रणनीति पर काम करती है । 

ओलंपियाड :पहला राउंड: जीत के साथ शुरुआत !

25/09/2018 -

विश्व शतरंज ओलंपियाड बातुमि का पहला दिन भारत के लिए महिला और पुरुष दोनों वर्गो में जीत लेकर आया । महिला खिलाड़ियों नें न्यूजीलैंड को 4-0 से तो पुरुषो नें एल साल्वाडोर को 3.5-0.5 से पराजित किया । प्रतियोगिता में पहला राउंड कभी आसान नहीं होता और यह सभी के खेलो में नजर भी आया । महिला वर्ग में हम्पी ,ईशा और पदमिनी नें आसान सी जीत दर्ज की तो तनिया मुश्किलों से घिर गयी थी और एक समय लगा की वह मैच हार भी सकती है पर उन्होने संयम के साथ खेलते हुए अच्छी वापसी की और हार के मुह से जीत छीनते हुए  एक आत्मविश्वास बढ़ाने वाली जीत दर्ज की । पुरुष वर्ग में शशिकिरण को छोड़कर सभी खिलाड़ियों नें अच्छी आसान जीत दर्ज की ,इंग्लिश ओपनिंग में शशि नें वैसे तो अच्छा खेल दिखाया और दबाव बनाने की पूरी कोशिश की पर उनके कमजोर राजा के चलते अंत में उन्हे ड्रॉ खेलना पड़ा । खैर जीत तो जीत होती है और भारतीय खेमे में निश्चित तौर पर यह एक अच्छी शुरुआत है । 

बातुमि ओलंपियाड शुभारंभ -अविस्मरणीय समारोह

24/09/2018 -

अविस्मरणीय नजारा ! अद्भुत समारोह और उससे भी बढ़कर 185 देशो के प्रतिनिधियों की यादों मे हमेशा हमेशा के लिए समा गया हर एक नजारा ! वाकई जॉर्जिया नें अपने स्वागत समारोह से हर किसी का मन मोह लिया । दुनिया एक मात्र ऐसा खेल आयोजन जहां एक खेल की 185 देशो की टीमें एक साथ एक जगह ना सिर्फ खेलेने के लिए आती हो बल्कि विश्व भर की विभिन्न संस्कृतियों का आपस मे मिलना और प्रेम और भाईचारे का संदेश प्रसारित करना अपने आप मे एक बेहद पवित्र कार्य है । स्वागत समारोह मे आयोजको नें वाकई शतरंज ओलंपियाड की इतिहास का सबसे बेहतरीन आयोजन करने का अंदाजा सभी को दे दिया है और अब वक्त आ गया है इस दिमागी जंग का । कौन किस पर पड़ेगा भारी कौन करेगा उलटफेर तो किसको पड़ेगी गलती भारी । आपके लिए हर खबर छोटी या बड़ी रोचक या रोमांचक लेकर आएगा चेसबेस इंडिया पढे यह लेख और जुड़े रहे हमसे !

अभिमन्यु ने तोड़ा चक्रव्यूह ! बने विश्व जूनियर शतरंज उपविजेता!

16/09/2018 -

भारत के नए नायक अभिमन्यु पौराणिक नें एक इतिहसिक प्रदर्शन करते हुए विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप का रजत पदक भारत की झोली में डालकर ना सिर्फ तिरंगे का सम्मान बढ़ाया बल्कि भारतीय शतरंज के विश्व शतरंज में कायम दबदबे को कायम रखा । अभिमन्यु का यह प्रदर्शन हमेशा याद किया जाएगा क्यूंकी एक समय तो ऐसा साफ तौर पर लग रहा था की भारत शायद इस बार कोई भी पदक हासिल ना कर पाये पर अभिमन्यु नें अंतिम चार निर्णायक राउंड में अपने प्रदर्शन के स्तर को ऊंचा उठाकर भारतीय शतरंज प्रेमियों को खुशी मनाने का एक मौका दे दिया । अंतिम मुक़ाबले में उन्होने जिस तरह से संयम का परिचय दिया वह उनके भविष्य के बड़े खिलाड़ी बनने की दस्तक है । ईरान के परहम मघसूदलू अंतिम राउंड हारकर भी विश्व जूनियर विजेता बन गए तो तीसरा स्थान  रूस के सेरगी लोबानोव नें हासिल किया । शीर्ष 10 में भारत के हर्षा भारतकोठी नें भी जगह बनाई । खैर इन सबके बीच ईरान नें बताया की शायद वह विश्व शतरंज का एक और सुपर पावर बनने की ओर अग्रसर है । पढे यह लेख । 

अभिमन्यु के पराक्रम से जिंदा भारत की उम्मीद !!

14/09/2018 -

भारतीय सभ्यता में अभिमन्यु का नाम बेहद ही शौर्य और वीरता के लिए जाना जाता है ,कहते है की जब महाभारत के युद्ध में युवा अभिमन्यु नें युद्ध किया था तो उसके सामने बड़े बड़े दिग्गज भी धराशायी हो गए थे कुछ उसी तरह विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में भारत के सबसे दिग्गज माने जा रहे खिलाड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन के बीच भारत के युवा ग्रांड मास्टर और अपने नाम को चरितार्थ करते हुए अभिमन्यु पौराणिक एक के बाद एक बड़े बड़े नामों को पराजित करते हुए आगे बढ़ते जा रहे है और अगर उनका यही प्रदर्शन जारी रखा तो भारत विश्व चैंपियनशिप से खाली हाथ वापस नहीं लौटेगा। बालिका वर्ग में वार्षिनी वी नें भी अपने खेल जीवन का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत की पदक की उम्मीद कायम रखी है । वही ईरान के परहम नें जीत का परचम कुछ यूं लहराया है की उनका विश्व जूनियर चैम्पियन बनना अब लगभग तय हो गया है । 

विश्व जूनियर - क्या अभिमन्यु और कार्तिक दिलाएँगे पदक

13/09/2018 -

विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में अब 8 राउंड का खेल हो चुका है और अब अंतिम तीन राउंड में बेहतर खेल दिखाने वाले खिलाड़ी पदक के विजेता बनके सामने आएंगे । अब तक बात करे तो निर्विवाद रूप से ईरान के परहम मघसूदलू सबसे बेहतर खिलाड़ी नजर आ रहे है और अगर वह अगले विश्व जूनियर शतरंज चैम्पियन बन भी जाते है तो इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए । भारत की बात करे तो जिनसे सबसे ज्यादा उम्मीद थी वह अब तक कोई खास कमाल नहीं दिखा सके है हम बात कर रहे है मुरली कार्तिकेयन ,अरविंद चितांबरम और सुनील नारायण की ,पर उम्मीद है अगले तीन राउंड ये तीनों जोरदार वापसी करेंगे । पर अगर किसी नें भारत के लिए पदक की उम्मीद बचाए रखी है तो वह है कार्तिक वेंकटरमन और अभिमन्यु पौराणिक और दोनों ही फिलहाल शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 अंक बनाकर सयुंक्त तीसरे स्थान पर कायम है और अब देखना होगा की ये दोनों भारत के झोली में पदक डालते है ? पढे यह लेख 

विश्व जूनियर चैंपियनशिप - हर्षा सयुंक्त बढ़त पर !

08/09/2018 -

गेब्जे ,टर्की में चल रही विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में भारत के हर्षा भारतकोठी नें शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने ग्रांड मास्टर खिताब के बेहद करीब पहुँच गए है और जैसा खेल वह खेल रहे है हमें जल्द ही भारत के 56 वे ग्रांड मास्टर बन जाएंगे ! प्रतियोगिता के  तीसरे दिन दो मुक़ाबले खेले गए और जहां शीर्ष भारतीय खिलाड़ी मुरली कार्तिकेयन ( 2602)  अरविंद चितांबरम (2578) और सुनील नारायणन (2573) के परिणाम भारत की उम्मीद के उलट रहे तो  युवा  नेशनल जूनियर चैम्पियन हर्षा भारतकोठी (2474)  नें सभी को चौंकाते हुए लगातार चार मैच जीतकर सयुंक्त बढ़त हासिल कर ली है तो युवा अभिमन्यु पौराणिक भी तीन जीत और एक ड्रॉ के साथ सयुंक्त दूसरे स्थान पर जा पहुंचे है । चार राउंड के बाद भारतीय खिलाड़ियों में हर्षा भारतकोठी 4 अंको के साथ सयुंक्त पहले स्थान पर ,अभिमन्यु पौराणिक 3.5 अंक के साथ सयुंक्त दूसरे स्थान पर ,अरविंद , मुरली और कार्तिक 3 अंक पर ,सुनील नारायण और राजा हर्षित 2.5 अंको पर खेल रहे है । पढे यह लेख !

विश्व जूनियर : ईशा का उलटफेर ,भारत की अच्छी शुरुआत !

06/09/2018 -

टर्की के गेब्जे में विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप का शानदार और भव्य आगाज हो गया है और भारत के लिए पहला दिन उम्मीद के अनुसार ही बेहद बेहतरीन रहा है और तकरीबन सभी प्रमुख खिलाड़ियों नें जीत के साथ अपने सफर की शुरुआत की है । बड़ी खबर रही बालिका वर्ग में जहां भारत की डबल्यूसीएम ईशा शर्मा नें छठी सीड अजरबैजान की  ग्रांड मास्टर होजातोवा आयदान को पराजित करते हुए दिन की सबसे बड़ी जीत अपने नाम की और साक्षी चित्लांगे , एम महालक्ष्मी ,वर्षीनी और इवाना मारिया नें जीत के साथ अपने सफर की शुरुआत की । वही बालक वर्ग में मुरली कार्तिकेयन ,अरविंद चितांबरम , सुनील नारायनन नें भी जीत के साथ अपना खाता खोला । टर्की शतरंज संघ नें अपनी मेहमान नवाजी से सभी का दिल पहले ही जीत लिया है । चेसबेस इंडिया के सीईओ सागर शाह और क्रिएटिव हेड अमृता मोकल की मौजूदगी से चेसबेस इंडिया आप तक ला रहा है विश्वस्तरीय विडियो ओर तस्वीरे ! पढे यह लेख !

विश्व जूनियर:क्या भारत का 8 साल का सूखा होगा खत्म ?

03/09/2018 -

भारत से अब तक बालक वर्ग में विश्वनाथन आनंद ( 1987),पेंटाला हरीकृष्णा (2004) और अभिजीत गुप्ता ( 2008) तो बालिका वर्ग में कोनेरु हम्पी (2001),हारिका द्रोणावल्ली (2008) और सौम्या स्वामीनाथन ( 2009) में विश्व जूनियर चैम्पियन रह चुके है । देखना होगा की क्या इस बार कोई भारतीय खिलाड़ी इस 8 वर्ष के सूखे को खत्म करेगा । कल से टर्की में दुनिया भर के 65 देशो से जुटे प्रतिभाशाली युवा विश्व जूनियर शतरंज चैम्पियन बनने के लिए  शह और मात के इस खेल में अपनी सारी ऊर्जा लगा देंगे । विश्व शतरंज को हमेशा इस चैंपियनशिप से भविष्य के कुछ बड़े खिलाड़ी मिले है ।भारत के लिए भी जिन खिलाड़ियों नें यह खिताब जीता वह आज भी भारत के सबसे ज्यादा सफल खिलाड़ियों में से एक है ।विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप को जीतने वाले बोरिस स्पासकी ,अनातोली कार्पोव ,गैरी कास्पारोव और विश्वनाथन आनंद आगे चल कर विश्व चैम्पियन भी बने। कुछ ऐसे भी रहे जो इसे जीतकर बाद में गुमनाम हो गए तो कुछ ऐसे जो विश्व चैम्पियन तो नहीं बने पर हमेशा विश्व के दिग्गज खिलड़ियों में शामिल रहे । पढे यह लेख 

बातुमी शतरंज ओलंपियाड़ - क्या भारत जीतेगा "गोल्ड"

31/08/2018 -

वैसे तो शतरंज ओलंपियाड का आयोजन सबसे पहले सन 1923 में पेरिस से शुरू हुआ पर इसे अधिकृत मान्यता मिली 1927 में लंदन में हुए आयोजन से जिसे सबसे पहले हंगरी ने जीता था और इसमें 16 टीमों नें भाग लिया था। भारतीय टीम नें पहली बार अर्जेंटीना में हुए 23वे शतरंज ओलंपियाड में भाग लिया और टीम इसमें 15 वे स्थान पर रही । इस ओलंपियाड में कुल 32 टीमों नें भाग लिया था । तब से लेकर अब तक भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2014 में नॉर्वे में हुए शतरंज ओलंपियाड में रहा जहां टीम नें कांस्य पदक जीता था ,जबकि पिछले बार बाकू में टीम काफी करीब आकर पदक से चूक गयी थी इस वर्ष 184 देशो की प्रतिभागिता के बीच भारत को स्वर्ण पदक का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है देखना होगा पूर्व विश्व विजेता विश्वनाथन आनंद ,पेंटाला हरिकृष्णा , विदित गुजराती ,कृष्णन शशिकिरण और अधिबन भास्करन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से सजी अब तक की सबसे मजबूत भारतीय शतरंज टीम अपने बेहतरीन माने जाने वाले कोच आरबी रमेश के साथ मिलकर क्या  एक स्वर्णिम इतिहास रचेगी ! भारतीय पुरुष टीम पर एक खास रिपोर्ट । 

सिंकफील्ड कप - आनंद की विश्व टॉप 10 में वापसी

29/08/2018 -

सिंकफील्ड कप का समापन हो गया और अमेरिका के फेबियानों करूआना ,अर्मेनिया के लेवान अरोनियन और विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन नें अपने शानदार खेल से सयुंक्त विजेता बनने का काम किया पर इन सबके बीच अपनी उम्र से आधे और प्रतिभा में बेहतर तैयार युवाओं से मुक़ाबला करते भारत के 5 बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद को कोई भी पराजित नहीं कर सका । आनंद नें इस टूर्नामेंट में बेहद ही संतुलित शतरंज खेला और कोई भी खिलाड़ी उनके डिफेंस को मात नहीं दे पाया ।साथ ही आनंद नें अपने इस प्रदर्शन से एक बार फिर विश्व टॉप 10 में अपना स्थान पक्का कर लिया है । 49 वर्ष की आयु में आनंद का विश्व के टॉप 10 में पुनः शामिल होना कोई सामान्य घटना नहीं और बातुमी शतरंज ओलंपियाड के ठीक पहले उनका यह प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए अच्छा संकेत है और वैसे भी आनंद इस बार ओलंपियाड में भारत को आगे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे !!

आंध्र प्रदेश के ग्रहेश बने नेशनल U-25 शतरंज विजेता

29/08/2018 -

कहते है की अंत भला तो सब भला कुछ ऐसा ही हुआ आंध्र प्रदेश के वाई ग्रहेश के साथ जिन्होने अंतिम तीन राउंड मे अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सम्पन्न हुई नेशनल अंडर 25 शतरंज चैंपियनशिप में विजेता बनते हुए भारत के नवीन अंडर 25 शतरंज चैम्पियन होने का गौरव हासिल कर लिया । वैसे तो वह पूरी प्रतियोगिता के दौरान अविजित रहे पर उनका असली प्रदर्शन सामने आया अंतिम तीन राउंड में जब उन्होने पहले 5 वे सीड बालकिशन को पराजित किया और उसके बाद अगले ही राउंड में शुरुआत से ही सबसे आगे चल रहे और खिताब के प्रबल दावेदार कर्नाटका के निरंजन नवलगुंड को पराजित करते हुए ठीक निर्णायक राउंड के पहले सारे समीकरण पलट दिये । हालांकि अंतिम राउंड में निरंजन नें जीत कर वापसी को कोशिश की और अंको के हिसाब से वह और ग्रहेश दोनों 7.5 अंक पर थे पर डायरेक्ट इन काउंटर मतलब सीधी जीत के कारण टाईब्रेक के आधार पर ग्रहेश के खिताब जीतने का रास्ता एकदम साफ था । खिलाड़ियों को मध्य प्रदेश शतरंज संघ के अध्यक्ष सुनील बंसल , सचिव कपिल सक्सेना और मुख्य निर्णायक अंबरीष जोशी नें पुरुष्कार प्रदान किए । 

Contact Us