जन्मदिन विशेष : बॉबी फिशर -एक महानतम शतरंज खिलाड़ी की जीवन गाथा
09/03/2017 -सचमुच बॉबी फिशर जैसा ना कोई था ,ना है ,और ना होगा । आज ये पंक्तियाँ लिखते वक्त मैं इन पर पूरी तरह विश्वास भी करता हूँ । मेरे मन में उनकी पूरी कहानी का सार हिन्दी में आपके सामने रखने का विचार आया और मैं खुश हूँ की उनकी कहानी आपके सामने रख पा रहा हूँ , मेरे शब्दो में उनसे ज्यादा इस खेल को समझने वाला ,प्यार करने वाला ,मेहनत करने वाला और इस खेल को विश्व स्तर पर स्थापित करने वाला खिलाड़ी दूसरा और नहीं हुआ । उनकी लोकप्रियता नें उनकी निजता को चोट पहुंचाई और एक बेहद मुश्किल माहौल में बड़े हुए एक महान विद्वान के साथ परिस्थितियाँ खेल खेलती रही ,अगर फिशर ना होते तो ये मान लीजिये शतरंज इतना प्रसिद्ध खेल ना होता । फिशर नें दुनिया को बताया की यह खेल सिर्फ दिमाग से नहीं बल्कि एक तंदरुस्त शरीर से खेला जाता है उन्होने बताया की कैसे आप सिर्फ सब कुछ पढ़ कर खेल नहीं जीत सकते आपके अंदर कुछ नया करने की चाहत होनी चाहिए ।इस कहानी में मैंने वो सब कुछ शामिल करने की कोशिश की है जो आपको जानना चाहिए , अंत मैं यही कहूँगा जन्मदिन की बधाई फिशर !

